आयुष विंग पंचकर्म में चिकित्सा से रोगियों को फायदा हो रहा है। पंचकर्म को मध्य प्रदेश शासन के आयुष विभाग ने अब प्रमुखता के साथ आयुष विंग सहित जिले के ग्रामीण क्षेत्र में स्थित हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर्स में भी लागू किया है। जिला आयुष अधिकारी डॉ. गिर्राज बाथम ने बताया कि आयुष विभाग द्वारा हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर के माध्यम देवास शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र के नागरिकों को भी यह सुविधा निःशुल्क दी जा रही है।
बैंक नोट प्रेस परिसर में रहने वाली स्वीटी मीणा लंबे समय से ग्रीवा शुल और स्कंध स्तंभन से परेशान थी। हालत यह हो गई थी कि उनके गर्दन में अकडाव आ जाने से उन्हे दांए-बांए देखने तक में दिक्कत होने लगी। गर्दन को घुमाने में परेशानी होने से कामकाज करना और गाडी चलाना भी संभव नही हो पा रहा था।
उन्होने कई डाक्टरो को दिखाया लेकिन फायदा नहीं हुआ। आयुष विभाग द्वारा बैंक नोट प्रेस में आयोजित शिविर में जब उन्होंने समस्या आयुर्वेद चिकित्सको को दिखाई तो उन्हे पचंकर्म थैरेपी सलाह दी। स्वीटी मीणा ने जिला चिकित्सालय में स्थित शासकीय आयुष विंग में संम्पर्क किया।
आयुष विंग में डॉ. ममता जुनवाल ने परीक्षण किया। उन्हें प्रतिदिन योग अभ्यास करने की सलाह और निःशुल्क औषधियों के साथ पंचकर्म प्रारंभ किया। पंचकर्म में अभ्यंग पश्चात पोटली स्वेद एवं ग्रीवा बस्ति हर दिन अस्पताल में ही करवाया गया। इससे उन्हें सात दिनों में ही काफी आराम हो गया।
ग्रीवा चालन तथा स्कंध चालन की योग क्रियाओं तथ पंचकर्म से गर्दन की अकड तो खत्म हुई ही। कंधें और गर्दन के साथ बेक पेन भी दूर हो गया। अब उनके चेहरे पर मुस्कान वापस लौट आई है। स्वीटी मीणा मानती है कि यह थैरेपी उनके लिए किसी सौगात से कम नहीं है।