शाजापुर: 90 वर्षीय जुड़वां बहनों ने एक ही समय ली अंतिम सांस, गांव में अचंभा

शाजापुर जिले के पासीसर गांव में मंगलवार को एक अनोखा संयोग देखने को मिला। 90 वर्षीय जुड़वां बहनें—बरजूबाई और दुर्गाबाई—ने जीवन की हर राह की तरह इस दुनिया से विदाई भी एक ही समय पर ली।
राजगढ़ जिले के खजूरी गांव में जन्मीं इन दोनों बहनों का बचपन कालापीपल में बीता। विवाह योग्य होने पर माता-पिता ने उनका रिश्ता पासीसर गांव के दो सगे भाइयों, रामसिंह और भादरसिंह, से तय कर दिया। इस तरह दोनों की शादी भी एक साथ हुई और विवाहोपरांत जीवन भी लगभग समान रूप से बीता।
मंगलवार को दोनों बहनों ने एक साथ अंतिम सांस ली। परिजन और ग्रामीणों ने सुबह 11 बजे उनका अंतिम संस्कार भी साथ किया। इस अद्भुत संयोग को देखकर ग्रामीण भावुक हो उठे।
गांव के बुजुर्गों का कहना है कि ऐसा विचित्र संयोग उन्होंने पहले कभी नहीं देखा। जन्म, विवाह और मृत्यु—तीनों का एक साथ होना इस घटना को और भी विशेष बना देता है। यही कारण है कि यह प्रसंग अब पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है और लोग इसे ईश्वर की अनोखी लीला मान रहे हैं।




